By Vikram Singh Rajput
Contributing Author for Spark Igniting Minds
हिंदुस्तान की गरिमा को सींचा खून पसीने से
हे भारत के वीर सपूत
तुम बसते हर दिल -सीनों में,
छोड़ सुख सुकून और रिश्तों को
तुमने यह जीवन अपनाया है
अपने शौर्य धैर्य और साहस से
दुश्मन का सर झुकाया है
माँ भारती की रक्षा में खायी गोलियाँ सीने पे
हे भारत के वीर सपूत
तुम बसते हर दिल सीने में,
मोह माया की तोड जंजीरे
जीवन अपना वार दिया
माँ बेटी बहन भाई को
यूँ रोता बिलखता छोड़ दिया
रखा तिरंगे को ऊँचा
तुमने अपने बलिदानों से
हे भारत के वीर सपूत
तुम बसते हर दिल - सीने में,
शीश झुकाकर चरणों में
नमन तुझे हम करते हैं
याद कर तेरी कुर्बानी
छाती चौड़ी करते हैं
लौ जलायी है तुमने जो
शोला बन दमकायेंगे,
हे भारत के वीर सपूत
तुम बसते हर दिल सीने में,
भेज रहे हैं स्नेह प्रियवर
लेना अपना मान तुम
स्वीकार कर यह पवित्र धागा
देना हमे यह सम्मान तुम
है मेरा कल भी सुरक्षित
अब तुम्हारे हाथों में,
हे भारत के वीर सपूत
तुम बसते हर दिल सीने में...
About Vikram Rajput Singh
Vikram is a Project Manager with 22 years of exhaustive experience in managing and monitoring construction projects.
From a young age, he has been spiritually inclined and has a keen interest in scriptures and Vedic Literature. Bridging the gap between religion and everyday science and happenings has been always his passion.
His Hobbies include Spiritual reading, Outdoor games & Travelling!!!
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